उत्तराखंड सरकार ने खेलों को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं बनाई हैं। इनमें से किशोरों के बाद युवा खिलाड़ियों के लिए शुरू की गई मुख्यमंत्री पुरस्कार योजना में बेटियों ने भाग नहीं लिया है।
स्थिति यह है कि योजना में 77 सीटों में से 64 बेटियों के लिए आरक्षित हैं, जबकि 123 सीटें खाली थीं। खेल विभाग मंगलवार, यानी आज से फिर से दो दिवसीय चयन ट्रायल शुरू करेगा। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की मुख्यमंत्री खिलाड़ी प्रोत्साहन छात्रवृत्ति योजना में 75 प्रतिशत सीटें खाली हैं।
अगस्त में खेल विभाग ने 123 खिलाड़ियों को ब्लॉक, न्यायालय और जिला चयन ट्रायल में चुना, लेकिन 77 सीटें युवा खिलाड़ियों के नहीं आने से खाली रह गईं। योजना का लाभ उठाने के लिए, विभाग अब मंगलवार और बुधवार को सीधे दोबारा से चयन ट्रायल कर रहा है।
उदीयमान खिलाड़ी कार्यक्रम में 300 होनहार पा रहे हैं
पिछले साल से, आठ से चौदह वर्ष के खिलाड़ियों को मुख्यमंत्री उदीयमान खिलाड़ी उन्नयन योजना के तहत 1500 रुपये की छात्रवृत्ति दी जा रही है। योजना 300 होनहार खिलाड़ियों को मिलेगी।
इन खेलों में शामिल नहीं होने वाले खिलाड़ी
इन खेलों में शामिल नहीं होने वाले खिलाड़ी
जिला खेल विभाग ने शुरू की गई योजना में 14 से 23 वर्ष के 200 खिलाड़ियों को चार ग्रुपों में चुना था, लेकिन जूडो, कराटे, ताइक्वांडो और टेबल टेनिस के खिलाड़ी कम आए। 19 से 21 और 21 से 23 वर्ष के खिलाड़ियों के खेलों में अधिकांश सीटें खाली हैं। खेल प्रशासन का कहना है कि ग्रामीण क्षेत्रों में इन खेलों की संख्या कम होने से खिलाड़ियों को मिलने में मुश्किल हो रही है।
चयनित खिलाड़ियों को मासिक दो हजार का भुगतान किया जाएगा।
सरकार द्वारा चुने गए खिलाड़ियों को प्रति वर्ष दो हजार रुपये महीने की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। इसके अलावा, खेल किट और अन्य उपकरण खरीदने के लिए एक मुश्त में 10 हजार रुपये भी मिल जाएंगे। खिलाड़ियों के बैंक खातों में सीधे धन भेजा जाएगा।
शेष सीटों को भरने का प्रयास किया जा रहा है। इसका प्रचार गांव-गांव में किया गया है। उम्मीद है कि जिला चयन ट्रायल में खाली पदों को भर लिया जाएगा।
— शबाली गुरुंग, हरिद्वार जिला क्रीड़ाधिकारी