श्रीकृष्ण मंदिर से शुरूआत
नेशनल वार्ता ब्यूरो
देश में लाउडस्पीकर पर मचे घमासान के बीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बुल्डोजर बाबा योगी आदित्यनाथ ने मथुरा के श्रीकृष्ण मंदिर में लाउडस्पीकर की आवाज को मंदिर से बाहर न जाने देने का सुझाव दिया जिसे मान लिया गया। अब वहाँ लाउडस्पीकर आवाज को इतना तेज रखेंगे कि वह मंदिर के अहाते से बाहर न जाए। प्रदेश के सभी मंदिरों को ऐसा ही करना चाहिए। देश को भी इस बात पर अमल करना चाहिए। मस्जिद वाले क्या करते हैं क्या नहीं करते यह उन पर छोड़ दिया जाए। मंदिरों को विनम्रता से योगी जी की सलाह पर चलना चाहिए। हिन्दू ने सदैव शांति पर जोर दिया है। शायद हिन्दू की इस नीति पर वे सोंचे और मस्जिदों पर लगे लाउडस्पीकरों को चीखने चिल्लाने से रोकें। मोबाइल का जमाना है। संदेश तो मोबाइल से पहुँच ही जाते हैं फिर लाउडस्पीकरों से कैसा चीखना-चिल्लाना। हिन्दुओं को दुर्गा पूजा और रात्रि जागरण मंे भी यही काम करना चाहिए। बल्कि रात्रि जागरण में लाउडस्पीकरों का इस्तेमाल ही नहीं करना चाहिए। भारत वर्ष 10 हजार सालों से हिन्दुओं का है। हिन्दुओं को भारत वर्ष के सम्मान को बढ़ाने का काम करना चाहिए। शायद, देर सबेर दूसरे पक्ष को बात समझ में आ जाए। वैसे तो समझने की उम्मीद उनसे करना नादानी है। योगी जी ने पण्डों पुजारियों के लिए मानदेय की व्यवस्था कर दी है। ममता बनर्जी ने मुल्ला मौलवियों के लिए यह व्यवस्था पश्चिम बंगाल में कर रखी है। योगी जी ने ऐसी ही व्यवस्था उत्तर प्रदेश में हिन्दू पुजारियों के लिए कर दी है। हिन्दू पुजारियों और पंडों में योगी की इस घोषणा से खुशी की लहर है। वे योगी जी जिन्दाबाद के नारे लगा रहे हैं। -वीरेन्द्र देव गौड, पत्रकार, देहरादून