मायावती, बसपा की अध्यक्ष, ने कहा कि गाजा युद्ध में भी भारत को अपने पूर्ववर्ती रुख पर कायम रहना चाहिए। भारत ने आजादी के बाद से ही अंतरराष्ट्रीय शान्ति, सौहार्द, स्वतंत्रता और नस्लभेद के खिलाफ बहुत सक्रिय और गंभीर रूप से काम किया है। उनका कहना था कि यूक्रेन युद्ध के साथ-साथ रूस का कोई भी नया युद्ध मानवता के लिए घातक होगा।
उन्होंने सोशल मीडिया साइट एक्स पर कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूक्रेन युद्ध को लेकर कहा कि “दिस इज नॉट एन इरा ऑफ वार”, अर्थात आज का युग युद्ध नहीं है, इसकी पश्चिमी नेताओं ने बहुत प्रशंसा की। गाजा युद्ध को लेकर भी भारत को अपनी इस स्थिति पर ऐसी दृढ़ता से खड़े रहना चाहिए, जो सभी ने देखा है।
युद्ध दुनिया में कहीं भी हो, अधिकांश देशों की अर्थव्यवस्थाएं एक-दूसरे पर काफी हद तक निर्भर हैं और एक-दूसरे पर निर्भर हैं। यूक्रेन में चल रहे युद्ध ने पूरी दुनिया को प्रभावित किया है, इसलिए मानवता के लिए कितना घातक होगा किसी भी नए विश्वयुद्ध में।
उन्हें बताया कि भारत ने अपनी आजादी के बाद से ही विश्व में नस्लभेद, शान्ति, सौहार्द और स्वतंत्रता के खिलाफ बहुत गंभीर और सक्रिय रूप से काम किया है, जो उसके समतामूलक और मानवतावादी संविधान से प्रेरित है। भारत की यह विश्वव्यापी पहचान बनी रहनी चाहिए।