प्रवर्तन निदेशालय यानी प्रवर्तन विभाग शिकार पर निकला हुआ है। सरकार ने प्रवर्तन विभाग को पूरी छूट दे रखी है। ताकि वह भ्रष्टाचार की कमर तोड़ कर रख सके। सब विपक्षी ई डी-ई डी चिल्ला रहे थे। पश्चिम बंगाल की समूची सरकार भ्रष्टाचार की कमाई के पहाड़ पर खड़ी है लेकिन मोदी के विपक्ष का कोई भी विपक्षी ममता सरकार पर उँगली नहीं उठा रहा है। इसे कहते हैं सही मायने में देशद्रोह। साफ-साफ सब कुछ दिखाई दे रहा है लेकिन गालियाँ दी जा रही है ई डी को। आतंकवादी कहा जा रहा है मोदी सरकार को। जो लोग देश में आतंक कर रहे हैं उन पर ये लोग मेहरबानियाँ बरसा रहे हैं। सारे फसाद की जड़ मोदी और मोदी सरकार की ई डी । वाकई, मोदी के विपक्ष ने दिमागी कंगालीपना की हद कर दी। मुम्बई में राज्य सभा के सदस्य और उद्धव ठाकरे के दाहिने हाथ को भी ई डी ने दबोच लिया है।
संजय राउत चुनाव आयोग को तवायफ कहते हैं। संजय राउत शरद पंवार को देश का सबसे बड़ा नेता कहते हैं। उन्हें देश का सबसे ईमानदार नेता कहते हैं। सच अब सामने है। भ्रष्टाचारी ही भ्रष्टाचारी का पक्ष लेता है। ईडी को और अधिक सख्ती करनी चाहिए। किसी को नहीं बख्शना चाहिए। भ्रष्टाचार देश को अंदर ही अंदर खोखला कर देता है। श्रीलंका का प्रमाण हमारे सामने है। देश के अंदरूनी खतरों में से भ्रष्टाचार भी एक बड़ा खतरा है। पश्चिम बंगाल में
माँ माटी और मानुष का नारा लगाने वाली तृणमूल कांग्रेस भ्रष्टाचार में गले तक डूबी हुई है। अब किसी और प्रमाण की आवश्यकता नही है । जब से तृणमूल कांग्रेस की सरकार का भ्रष्टाचार सामने आया है तब से ममता ने मोदी को गलियाना बंद कर दिया है। केजरीवाल की तरह मोदी का विकल्प साबित करते रहने की उछल कूद भी बंद कर दी है। माननीय शत्रुघ्न सिन्हा और माननीय यशवंत सिन्हा को अब तो समझ में आ जाना चाहिए कि जिस ममता की उंगली पकड़ कर ये लोग राजनीति करना चाहते हैं उस ममता की असलियत क्या है। जहाँ तक संजय राउत का सवाल है तो संजय राउत भी नवाब मलिक की तरह जेल की शोभा बढ़ाएंगे। अनिल देशमुख की तरह जेल की हवा खाएंगे।
संजय राउत को लगता था कि वे गुंडागर्दी करते रहेंगे और भ्रष्टाचार से धन कमाते रहेंगे। लेकिन अब यह ऊँट भी पहाड़ के नीचे आ चुका है। इस ऊँट के सारे काले कारनामें लोगों के सामने आने चाहिए। ई डी यानी प्रवर्तन विभाग ऐसे भ्रष्टाचारियों के भ्रष्टाचार को उजागर करने में बहुत महत्वपूर्ण काम कर रहा है। इसी तर्ज पर हेराल्ड हाउस में हुए भ्रष्टाचार भी एक-एक कर बाहर निकलेंगे। सोनिया परिवार की असलियत जल्दी लोगों के सामने होगी। जो लोग उन्हें देश की अम्मा जी कहते थे उनके होश ठिकाने आ जाएंगे। देश के लोगों को पवर्तन विभाग की प्रशंसा करनी चाहिए। मोदी सरकार ने प्रवर्तन विभाग को मजबूत बनाया है ताकि बढ़ते भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाया जा सके।